25 करोड़ लोन लेकर बनेगा भोपाल निगम मुख्यालय:केंद्र से मिलने थे 37.5 करोड़

अब तक इस राशि का इंतजार, अब तक सिर्फ 60% काम हुआ

भोपाल – भोपाल नगर निगम की खस्ता वित्तीय हालत के चलते शहर में बन रहे इसके मुख्यालय का काम भी अटका हुआ है। अब नगर निगम 35 करोड़ का लोन लेगा जिसमें से लगभग 25 करोड़ मुख्यालय के रुके हुए कामों में लगाए जाएंगे। निगम से जल्द ही प्रस्ताव विभागीय मुख्यालय को स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा।
मार्च 2022 में शहर के सेकंड स्टॉप पर निगम मुख्यालय का निर्माण जारी है। ये आधुनिक भवन साल 2023 के अंत तक बनकर तैयार होना था पर बजट की कमी से अभी तक इसका लगभग 60% काम ही पूरा हो सका है। इस भवन के बनने पर करीब 6 स्थानों पर लग रहे निगम के अलग-अलग कार्यालय एक बिल्डिंग में शिफ्ट हो जाएंगे।
पूर्व में हुई निगम एमआईसी की बैठक में 35 करोड़ लोन लेने का प्रस्ताव पास हो चुका है। इसमें से 25 करोड़ की राशि निर्माणाधीन निगम मुख्यालय के फर्नीचर, ऑडिटोरियम और अन्य कामों पर खर्च होंगे। वहीं 10 करोड़ की राशि स्वच्छ भारत मिशन से जुड़े कामों, अमृत 2.0 के जारी परियोजनाओं और लैंडफिल साइट पर मशीनरी आदि की खरीद में उपयोग किया जाएगा।

ग्रीन बिल्डिंग का है कॉन्सेप्ट

ग्रीन बिल्डिंग कांसेप्ट पर बन रहे इस भवन की कुल लागत 65 करोड़ है। इसमें से 32.5 करोड़ रुपए सिर्फ भवन के हैं। 10 करोड़ से आउटर डेवलपमेंट, 4 करोड़ से आधुनिक एयर कूलिंग सिस्टम, 1.25 करोड़ से लिफ्ट, 9 करोड़ से फर्नीचर, 2 करोड़ से इलेक्ट्रिक सिस्टम-ट्रांसफॉर्मर और 5 करोड़ से ऑडिटोरियम बनना है। बजट की कमी से भवन का 60% काम ही पूरा हो सका है।

कमिश्नर ने जताई थी नाराजगी

निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण ने सोमवार को ही मुख्यालय के धीमे कामों पर नाराजगी जताई थी। चेतावनी दी थी कि 30 सितंबर के बाद समय सीमा और नहीं बढ़ाई जाएगी।

केंद्र से मांगा गया है बजट

निगम मुख्यालय के लिए केंद्र से 37.5 करोड़ का बजट मांगा गया है। अब तक 60% काम पूरा हो चुका है। जिसमें से 20 करोड़ का पेमेंट किया जा चुका है। तय समय सीमा में बाकी काम करेंगे। प्रमोद मालवीय, प्रभारी एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, भोपाल नगर निगम.